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बदहजमी या अपच की सामान्य जानकारी
अपच या बदहजमी जैसे लक्षण जैसे लक्षण का अर्थ विभिन्न रोगियों मे अलग-अलग तरीके का होता है, जिसमे निम्न लक्षणों का समावेश होता है:
- दर्द भोजन के बाद उदर के ऊपरी भाग मे जलनयुक्त दर्द या तकलीफ होना बदहजमी का उदाहरण है। भोजन के बाद विभिन्न प्रकार के दर्द अलग-अलग बीमारियों मे देखे जाते है। जैसे गैस्ट्रिक अल्सर मे भोजन करने के आधे घंटे के अंदर दर्द शुरू हो जाता है, और यह दर्द फिर से भोजन खासकर मशलेदार या गरम भोजन करने से और अधिक बढ़ जाता है।
- आयुर्वेद के अनुसार बदहजमी मूल रूप से खाने से संबंधित होती है। आमतौर पर अपच में कोई गंभीर जटिलताएं नहीं होती हैं, फिर भी यह आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है। इसके कारण आप असहज महसूस करते हैं और कम खाते हैं। अपच के कारण आपका ऑफिस या विद्यालय जाना भी कभी-कभी मुमकिन नहीं हो पाता है।
- अपच की अवधि रोग को बढ़ाने वाले कारक पर निर्भर करती है। अत्यधिक जंक फूड खाने, शराब पीने और एक से दो घंटों तक धूम्रपान करने के कारण अपच और सीने में जलन हो सकती है। कुछ मामलों में, व्यक्ति का भोजन पचने के दो घंटे बाद उससे थोड़ी राहत महसूस हो सकती है। पेट द्वारा भोजन को देर से और धीमी गति से पचाने के कारण मोटे और रोगियों में अपच 3 घंटे से अधिक समय तक रह सकती है।
अपच (बदहजमी) होती क्यों है ?
जैसा की ऊपर बताया गया है की बदहजमी या अपच भोजन के सही संयोजन के अभाव मे होती है। तथा यह भोज्य-पदार्थ के संदूषित होने के कारण भी हो सकती है , बदहजमी के अन्य संबंधित कारक है-
- बहुत ज्यादा खाना।
- बहुत तेजी से भोजन करना।
- वसायुक्त या तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन करना।
- मसालेदार भोजन करना।
- कैफीन का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना।
- अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करना।
- बहुत चॉकलेट खाना। बहुत अधिक गैसयुक्त पेय पदार्थों का सेवन करना।
- भावनात्मक आघात।
- पित्ताशय की पथरी।
- हायात्स हर्निया (Hiatus hernia)
- घबराहट होने के कारण
- आँत का कैंसर
- गुटखा, या अन्य तंबाकू उत्पाद चबाना
अपच (बदहजमी) के प्रमुख लक्षण
- दर्द भोजन के बाद उदर के ऊपरी भाग मे जलनयुक्त दर्द या तकलीफ होना बदहजमी का उदाहरण है। भोजन के बाद विभिन्न प्रकार के दर्द अलग-अलग बीमारियों मे देखे जाते है। जैसे गैस्ट्रिक अल्सर मे भोजन करने के आधे घंटे के अंदर दर्द शुरू हो जाता है, और यह दर्द फिर से भोजन खासकर मशलेदार या गरम भोजन करने से और अधिक बढ़ जाता है।
- भूख एवं भर में कमी
- मतली और उल्टी
- गैस बनना
- जलनयुक्त दर्द
- भोजन के दौरान जल्दी ही पेट भर जाना अर्थात् पूरी तरह भोजन किए बिना ही पेट भरा हुआ महसूस होना।
- निश्चित समय की तुलना में पेट अधिक समय तक भरा रहना।
- अपच होने पर भूख नहीं लगना।
- कभी-कभी रोगी को घबराहट महसूस होना।
- छाती में जलन की अनुभूति होना।
- जी मिचलाना।
- जीभ पर मैल जम जाना, पेट फूलना आदि अजीर्ण रोग के प्रमुख लक्षण।
- नींद कम आना।
- दस्त होना।
- पेट फूल जाना।
- कब्ज की शिकायत होना।
- पेट में भारीपन महसूस होना।
- भोजन हजम नहीं होना।
- पेट में हल्का-हल्का दर्द होना।
- रोगी को पसीना अधिक आना।
- सांस से दुर्गन्ध आना।
- पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन।
- उल्टी करने की इच्छा।
अपच (बदहजमी) का उपचार
अपच (बदहजमी) का घरेलू उपचार
- अजवायन का सेवन बदहजमी मे लाभकारी रहता है इसके सेवन से पचानतंत्र सुचारु रूप से काम करता है क्योंकि पाचक और वाताहारी गुण पाए जाते है ।
- अदरख पाचन रस को सक्रिय करता है जो भोजन को पचाने में मदद करते है ।
- नींबू भी अपच मे बहुत लाभकारी है ।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए
जब आपको घरेलू उपचार से कोई राहत न मिलें या फिर तीव्र गति से गैस और अपच हावी हो रहा हो बिना किसी भी प्रकार का विलंब किए अतिशघ्र किसी डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए ।