हम सभी ने सुना है की कड़ी धूप से होकर अंदर आए तो ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। पर ऐसा क्यों? चलिए आपको हम बताते है ।
हमारे मूँह के अंदर ग्रास और श्वासनली के आस-पास जो जीवाणु रहते है, वे धूप में रहने के कारण काफी अधिक तापमान पर होते है लेकिन जैसे हम ठंडा पानी पीते है, जीवाणुओं का तापमान अचानक से गिर जाता है। तापमान मे अचानक से परिवर्तन जीवाणुओं में प्रजनन दर को तेज कर देता है। जिससे हम बीमार पड़ जाते है। यही कारण है की जब मौसम बदलता है तो तापमान मे अचानक परिवर्तन के कारण हमारे आस-पास पाये जाने वालें जीवाणुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है जिससे हम प्रभावित होते है, अर्थात जब मौसम एक स रहता है तो हमारे उपर जीवाणुओं का आक्रमण कम होता है।
तेज धूप से आने के बाद लोगों को नॉर्मल पानी पीना चाहिए. बाहर से आने के तुरंत बाद बहुत ठंडा पानी पीने से सभी लोगों को नुकसान नहीं होता है, लेकिन जो लोग डायबिटीज, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, गले की परेशानी या कमजोर इम्यूनिटी से जूझ रहे हैं, उन्हें कुछ दिक्कतें हो सकती है. सभी लोगों को धूप से आने के बाद कुछ मिनट रुककर ही पानी पीना चाहिए, ताकि बॉडी में अचानक टेंपरेचर चेंज न हो. हर व्यक्ति का शरीर अलग-अलग होता है और ठंडे पानी का असर भी अलग होता है.
भीषण गर्मी के मौसम में लोगों को ज्यादा देर धूप में नहीं रहना चाहिए, वरना इससे लोगों को हाइपरथर्मिया हो सकता है. ऐसी कंडीशन में शरीर का तापमान 103-104 डिग्री फॉरेनहाइट तक पहुंच सकता है और कई बार मौत भी हो सकती है. इससे बचने के लिए लोगों को धूप में ज्यादा देर रहने से बचना चाहिए. इस मौसम में लोगों को ज्यादा पसीना आता है, जिससे शरीर का हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ सकता है. डिहाइड्रेशन से बचने और ब्लड सोडियम लेवल को सही रखने के लिए लोगों को बाहर से आने के बाद पानी में नींबू, नमक और चीनी मिक्स करके पीना चाहिए. इससे शरीर में सोडियम की कमी नहीं होगी.